Randeep Hooda का धमाका सुन नहीं पाए क्या आप ? :Cat Web Series Netflix 2022 Review
Cat Web Series Netflix 2022 Review By Anurag Suryavanshi
कहते हैं –” घर का भेदी लंका ढाहे “! ये कहावत बिलकुल सटीक बैठती है Randeep Hooda पर मेरा मतलब गुरनाम सिंह पर। क्या हुआ नहीं समझे। अरे भाई आज ही मैंने देखकर खत्म की हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई वेब सीरीज CAT . रणदीप हुडा की वजह से मैंने ये वेब सीरीज देखना शुरू किया और यकीन मानिये मेरी आँखे फटी की फटी रह गयीं। तो सोचा क्यों न इसके बारे में आप लोगों से भी बात की जाये। तो आज मैं हाज़िर हूँ वेब सीरीज कैट का रिव्यु लेकर।
ये CAT का मतलब क्या है ?
सबसे पहले तो जानते हैं की कैट कहते किसे हैं। क्या कहा -“कैट मतलब बिल्ली ?” अरे नहीं भाई ! ये वो वाला कैट नहीं है। इस वेब सीरीज में कैट का मतलब है पुलिस का मुखबिर। लेकिन ऐसा वैसा मुखबिर नहीं। वो वाला मुखबिर जो अपराधियों के बीच में रहकर पुलिस के लिए काम करता है, और मौका पड़ने पर अपराधियों की बैंड भी बजा देता है। यही वाले कैट बने हैं रणदीप हुड्डा यानि गुरनाम सिंह।
कहानी –
बिना स्पोइलर के कहानी पर भी चर्चा कर लेते हैं। कहानी बेस्ड है पंजाब में फैले ड्रग्स के साम्राज्य पर । हर एपिसोड में कहानी पास्ट से शुरू होकर फ्यूचर से कनेक्ट होती है। इन्ही पास्ट और फ्यूचर में फंसा है एक करैक्टर गुरनाम सिंह यानि रणदीप हुड्डा।पास्ट की कहानी में गुरनाम अपने माँ बाप की हत्या का बदला लेने के लिए पंजाब पुलिस के एक अफसर के कहने पर कैट बन जाता है और आत्नकवादियों का सफाया करता है। प्रेजेंट की कहानी में गुरनाम एक मैकेनिक का काम करके अपने छोटे भाई और बहन का भरण पोषण कर रहा होता है ।लेकिन एक दिन उसे पता चलता है की उसका छोटा भाई इन्ही ड्रग माफिआओं के चक्कर में फंस गया है । एक बार फिर वही पुलिस अफसर गुरनाम से मिलता है और उसको ये कहके दोबारा कैट बनने को बोलता है की तुम्हारे भाई के जैसे ही पंजाब के न जाने कितने युथ की ज़िंदगी इस ड्रग्स की वजह से बर्बाद हो रही है। गुरनाम एक बार फिर बन जाता है कैट और किस तरह ड्रग माफिआओं का सफाया करता है ये जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी 8 एपिसोड की ये सीरीज जिसका हर एपिसोड औसतन 45 की है यानि क़रीब 6 घंटे आपके जाने वाले हैं। एपिसोड की शुरआत जब पास्ट वाले गुरनाम से शुरू होती है जिसमें वो आत्नकवादियों का सफाया कर रहा होता है वो तो और ज़बरदस्त है। मेकर्स ने पास्ट और प्रेजेंट के डिफ्रेंस को जिस तरह से दिखाया है वो काबिले तारीफ़ है। मतलब पास्ट में 90 के दशक का पंजाब और प्रेजेंट में सन 2000 के दशक का पंजाब। अब आप सोच रहे होंगे ऐसी ही कुछ कहानी तो उड़ता पंजाब की भी है भाई रुको ज़रा थोड़ा सब्र करो असली मसाला तो अभी बाकी है.
और क्या है ?
ड्रग्स माफियों की कहानी के साथ साथ आपको मिलेगा पॉलिटिक्स , फैमिली ड्रामा और भी बहुत कुछ . मतलब ये सीरीज अकेले में ही देखें तो ज़्यादा अच्छा है। एक ग्रुप है वहां की लोकल विधायक का और दूसरा उनके विपक्षी जिनमें पॉलिटकल वर्चस्व की लड़ाई चल रही है । यही लोग ड्रग रैकेट को भी एक बड़े पैमाने पर चला रहे हैं। तीसरी तरफ हैं पंजाब पुलिस जिनके लिए काम कर रहा है गुरनाम.
क्या खास है ?
अमूमन और वेब सीरीज की कहानियों में एक मेकर्स के लिए सबसे चैलेंजिंग काम होता है सभी कैरेक्टर्स पर बराबर फोकस कर पाना। । लेकिन कैट के मेकर्स ने इस मामले में बाज़ी मारी है। उन्होंने बड़ी चालाकी से पास्ट और फ्यूचर की कहानी को न सिर्फ कनेक्ट किया है बल्कि इसी में उन्होंने हर करैक्टर के डेवलप होने के पीछे की कहानी को भी दिखाया है जिसे देखकर आप को महसूस होगा की आप कुछ अलग देख रहे हैं। साथ ही साथ कई जगह पर एक ही सीन को मकेर्स ने अलग अलग नज़रिये से दिखाया है जो वाकई आपको हैरान कर देगी। ऐसा प्रयोग मैं हॉलीवुड में तो कई बार देख चूका हूँ। पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसा प्रयोग हो रहा है ये काबिले तारीफ़ है।
एक्टर्स और उनका अभिनय –
रणदीप हुड्डा को देखकर लगता है की इनसे बेहतर ये रोल और कोई नहीं कर पाता। बाकि के एक्टर्स ने भी अपना काम बखूबी किया है। क्यूंकि ये वेब सीरीज मूलतः पंजाबी में बनी है इसलिए इसके लगभग सभी एक्टर्स पंजाबी इंडस्ट्री से ही हैं। चूँकि मैं पंजाबी फिल्में नहीं देखता इसलिए रणदीप हुड्डा और Pramod Pathak आलावा और किसी को पहचनता भी नहीं। फिर भी इन सभी का मैं फैन हो गया खासकर Suvinder Vicky ,Sukhwinder Chahal ,और राजपुरिया के किरदार में नज़र आये Gurinder Makna का ।आप पंजाबी नहीं भी जानते फिर भी ये सीरीज आपको समझ में आएगी हालंकि सुविधा के लिए इसे हिंदी में डब किया गया है। लेकिन इसका हिंदी डब वर्शन इन एक्टर्स के अभिनय के साथ सही न्याय पाया है। खास बात रणदीप हुडा की आवाज़ को हिंदी में किसी और ने डब किया है जो थोड़ा अखरता है। इसलिए मैं आपको रेकमंड करूँगा इसे पंजाबी में ही देखें।मज़ा तो आएगा ही साथ ही साथ आपकी पंजाबी थोड़ी और मज़बूत हो जाएगी। मतलब तूसी ,त्वाड्डा के आलावा भी आप कुछ और पंजाबी बोल पाएंगे।
कमियां-
वैसे कुछ खास कमी तो नहीं दिखी फिर भी कुछ कमियों की बात कर लेते हैं। कुछ सीन को देखकर ऐसा लगता है की इनको ज़बरदस्ती रखा गया है मतलब जिनके न होने पर कहानी को कोई फर्क नहीं पड़ता। कहीं कहीं जबरदस्ती डबल मीनिंग कॉमेडी भी इरिटेट करती है। कुछ सीन दूसरी फिल्मों या वेब सीरीज से प्रेरित या हूबहू लगते हैं।
ज़ोरदार गाने भी हैं-
वैसे वेब सीरीज में गाने तो नहीं होते लेकिन इसमें हैं इस सीरीज के दो तीन गाने अपने पंजाबी बीट्स पर आपको थिरकने पर मज़बूर कर देंगे। खासकर – “Sidhe Sadhe Jatt Nu Vigad Gayi।“
अंतिम के दो एपिसोड-
तो अंतिम के दो एपिसोड में जो जो भयंकर खुलासे हुए हैं उसे देकखर आपकी आँखे चौधिया जाएँगी। अभी तक जहाँ आप रणदीप को हीरो समझ रहे थे उसको देखकर आपको तरस आने लगेगा। मेकर्स ने बड़ी चालाकी से ड्रग्स वाले एंगेल को खत्म कर कहानी को अलग ही दिशा में घुमा दिया है , मतलब सीजन 2 का आना तय है और सीजन 1 खत्म होने के बाद आप अभी से उसका इंतज़ार शुरू कर देंगे।
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कुल मिलाकर ये सीरीज हिट होना डिज़र्व करती है। जितना की मिर्ज़ापुर , पाताल लोक आदि। फिर भी अभी तक इस सीरीज की इतनी हाइप क्यों नहीं है समझ में नहीं आता। कहीं रणदीप हुड्डा की तरह ये सीरीज भी अंडर रेटेड न रह जाये। तो जाइए और देखिए वैसे तो इसमें हैं कुल मिलाकर 8 एपिसोड जो औसत 45 मिनट के हैं। यानी आपके 6 घंटे जायेंगे ,दूसरे एपिसोड से ये कहानी आपको ऐसे जकडेगी की बिना खत्म किये आप रह नहीं पाएंगे।