
क़ामयाबी और नाकामयाबी का फ़लसफ़ा वक़्त का ज़िक्र किये बिना पूरा होना मुमकिन नही है। क्योंकि, वक़्त ही एक ऐसा शब्द है। जो व्यक्ति के अनुशासन, संकल्प और ज़िद्द को परिभाषित करता है। वक़्त के साथ व्यक्तित्व में धैर्य का मिश्रण हो।
तो,पानी की एक बूँद भी पत्थर में गड्ढा कर सकती है। यह वक़्त ही है जिसने जुगनुओं को सितारा बना दिया और इसी वक्त ने सितारों को ज़मीन पर पटक दिया।
तो चलिये दोस्तों, वक़्त की माया को ज़िंदा करते हुए हम विश्व की सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट लीग यानी आईपीएल के उन खिलाड़ियों का ज़िक्र करेंगे। जो एक समय आईपीएल की शान हुआ करते थे और आज दुनिया की भीड़ में खो गए हैं।
हम उन पांच खिलाडियों पर रौशनी डालेंगे। जिन्हें आईपीएल ने रातों रात स्टार बना दिया था। जिनसे विश्व क्रिकेट की उम्मीदें बांध गयी थी। लेकिन, वक़्त ने करवट ली और वो तेज़ रफ़्तार वाली इस दुनिया में कहीं गुम हो गए।
शादाब बशीर जकाती :-
रणजी ट्रॉफी में गोवा की ओर से खेलने वाले शादाब जकाती,बायें हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिन गेंदबाज़ हैं। जकाती 1998 से घरेलु क्रिकेट में खेल रहे थे। लेकिन, क़िस्मत का सितारा साल 2008 में जाकर चमका।
आईपीएल के पहले संस्करण में चेन्नई ने शादाब को अपने साथ जोड़ा।लेकिन, शादाब ने अपना पहला मैच साल 2009 आईपीएल में खेला। उस साल शादाब ने 9 मैचों में 13 विकेट प्राप्त किये।

शादाब ने अपने इस शानदार प्रदर्शन को आईपीएल 2010 में भी बरक़रार रखते हुए 11 मैचों में 13 विकेट अपने नाम किये और उस साल चेन्नई की खिताबी जीत में अहम योगदान दिया।
उस दौरान चेन्नई टीम में मुरलीधरन,आश्विन,सूरज रणदीव और रविन्द्र जडेजा जैसे खिलाडियों के होते हुए भी शादाब का चेन्नई की ओर से 50 मैच खेलना,उनकी प्रतिभा का स्तर बताता है। लेकिन, 2011 के बाद शादाब के प्रदर्शन में आई अस्थिरता के चलते चेन्नई ने उन्हें ड्राप कर दिया। 2014 में उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर द्वारा खरीदा गया था।
लेकिन, वो उस सीजन केवल एक ही मैच खेल पाए। शादाब ने राजनीति में प्रवेश करने से पहले 2017 आईपीएल सीजन गुजरात लायंस के लिए खेला था। शादाब ने आईपीएल में 30.23 की औसत से 59 मैचों में 48 विकेट प्राप्त किये हैं।
शादाब ने साल 2019 अंत में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की थी। शादाब वर्तमान में लंका प्रीमियर लीग की टीम कोलोंबो किंग्स के साथ बतौर डायरेक्टर जुड़े हैं।
राहुल शर्मा:-
पंजाब में जन्मे इस दाएं हाथ के लेग ब्रेक गूगली गेंदबाज का नाम आईपीएल 2011 के दौरान तब सुर्ख़ियों में आया। जब पुणे वारियर्स की ओर से खेलते हुए मुंबई इंडियंस जैसी टीम के सामने 4 ओवर में 2 विकेट लेकर मात्र 7 रन दिए।
राहुल द्वारा किया गया यह स्पेल आईपीएल इतिहास के किफायती प्रदर्शनों में से एक है। राहुल ने उस साल 14 मैचों में 5.46 की आश्चर्यजनक इकोनॉमी के साथ 16 विकेट प्राप्त किये। लेकिन, राहुल आईपीएल में पहली बार नहीं खेल रहे थे।
उनका आईपीएल सफर 2010 सीज़न में डेक्कन चार्जेर्स के साथ शुरू हुआ था। उस साल खेले 6 मैचों में राहुल ने मात्र 5 विकेट प्राप्त किये। लेकिन, उनके किफायती प्रदर्शन ने टीमों को अपनी ओर आकर्षित किया।

साल 2011 के बेहतरीन प्रदर्शन ने राहुल को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। राहुल ने 4 वन -डे और 2 टी -20 मैचों में भारत का प्रतिनिधत्व किया। जिसमे राहुल ने क्रमशः 6 और 3 विकेट प्राप्त किये थे। लेकिन, उसी साल राहुल का नाम एक रेव पार्टी में ड्रग्स से जुड़ा और उसके बाद उनकी कमर की चोट ने उनके जादुई सफर पर ब्रेक लगा दिया।
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आईपीएल में अगले दो साल राहुल दिल्ली और चेन्नई की तरफ़ से खेले। लेकिन, वो जादू नज़र नहीं आया। जो उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट तक ले आया था। राहुल के प्रदर्शन में अस्थिरता के कारण साल 2014 के बाद आईपीएल टीमों ने उनमें कोई रूचि नहीं दिखाई।
चोट के कारण क्रिकेट छोड़ चुके राहुल इसी साल फिर से मैदान पर लौट आए हैं। इस उम्मीद के साथ कि पंजाब रणजी टीम की जर्सी उन्हें दोबारा मिलेगी ।
डग बोलिंगर :-
आईपीएल के गुमनाम सितारों की इस कड़ी में डग बोलिंगर इकलौते विदेशी खिलाडी हैं। ऑस्ट्रेलिआई टीम के मुख्य सदस्य रह चुके बोलिंगर का नाम आईपीएल के साथ साल 2010 में तब जुड़ा।
जब चेन्नई सुपर किंग्स के हरफनमौला आल-राउंडर जैकब ओरम आईपीएल से कुछ दिन पहले चोटिल हो गए। एक विकल्प के रूप में चेन्नई ने डग बोलिंगर को अपने साथ जोड़ा ।
डग बोलिंगर ने उस साल खेले 8 मैचों में क़रीब 6 के प्रभावशाली इकॉनमी रेट के साथ 11 विकेट प्राप्त किये। पॉवेरप्ले में डग बोलिंगर की लहराती गेंदे और डेथ ओवर्स में बाये हाथ के प्राकृतिक कोण के साथ पाँव की तरफ आने वाली सटीक यॉर्करों का किसी बल्लेबाज़ के पास जवाब नहीं था। डग बोलिंगर ने अगले 2 आईपीएल सीज़न भी चेन्नई के तरफ से ही खेले।

बोलिंगर ने आईपीएल में खेले कुल 27 मुक़ाबलों में 15. 57 के अविश्वसनीय स्ट्राइक रेट से 37 विकेट हासिल किये। लेकिन, बोलिंगर 2012 के बाद एड़ी की चोट के कारण बोलिंगर कभी आईपीएल का हिस्सा नहीं बन पाए।
इस तरह एक समय पर आईपीएल का स्टार रहा ये खिलाड़ी भीड़ में गुम हो गया। हमें प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार 2018 में संन्यास लेने के बाद से बोलिंगर अपना ज़्यादातर समय परिवार के साथ ही गुज़ारते हैं।
आईपीएल के गुमनाम सितारों की इस लिस्ट में अगला नाम है:-
इक़बाल अब्दुल्ला :-
बायें हाथ के ऑर्थोडक्स स्पिन गेंदबाज़ इक़बाल मुंबई रणजी टीम से खेलते हैं। इक़बाल एक स्पिन गेंदबाज़ होने के साथ उपयोगी बल्लेबाज़ भी हैं। इक़बाल आईपीएल के पहले संस्करण से ही कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ जुड़े हुए थे।
लेकिन, इक़बाल का नाम पहली बार नज़रों में साल 2011 आईपीएल के कोलकाता बनाम पंजाब मैच के दौरान आया।
जिस मैच में बड़े-बड़े गेंदबाज़ महंगे साबित हो रहे थे। वहाँ इक़बाल ने अपने कोटे के 4 ओवरों में मात्र 19 रन देकर 2 विकेट लिये। इक़बाल को इस प्रदर्शन के लिए ‘मैन ऑफ़ द मैच’ चुना गया।

इक़बाल ने 2011आईपीएल में 6. 57 के बेहतरीन इकॉनमी रेट से 16 विकेट हासिल किये थे। इक़बाल के इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें ‘इमर्जिंग प्लेयर ऑफ़ द ईयर’ चुना गया था। इक़बाल साल 2014 में सिर्फ़ एक सीज़न के लिए राजस्थान रॉयल्स के साथ जुड़े और 2015 से 2017 के बीच कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बंगलोर का हिस्सा रहे।
इस दौरान इक़बाल 49 आईपीएल मैचों में 23.59 की आश्चर्यजनक औसत से 39 विकेट प्राप्त किये। लेकिन, साल 2018 के बाद से हुए ऑक्शन में किसी भी टीम ने इक़बाल को अपने साथ नहीं जोड़ा। इस तरह वो खिलाडी जो कभी भारतीय क्रिकेट का भविष्य कहा जा रहा था। वो वर्तमान में घरेलु सर्किट तक सिमट कर रह गया है।
इस लिस्ट में अंतिम नाम है :-
सुब्रमणियम बद्रीनाथ :-
बद्रीनाथ इस लिस्ट का सबसे चौकाने वाला नाम है। क्योंकि, अपने करियर के शीर्ष पर उनका टीम में होना सफलता की गारण्टी माना जाता था। जब साल 2008 में आईपीएल की शुरुआत हुयी।
तो, हर टीम जीत का मन्त्र तलाश रही थी। इस उम्मीद के साथ ही चेन्नई ने बद्रीनाथ को स्क्वॉड में शामिल किया और बद्रीनाथ ने इस भरोसे को बिलकुल सही साबित किया।

बद्रीनाथ को ओपनिंग पे भेजा गया हो या फिर लोअर मिडिल आर्डर में , उन्होंने हर मौके पर मैच की नज़ाकत को समझते हुए रन बनाये।
उस साल चेन्नई के लिए सिर्फ़ जिन 6 खिलाडियों ने फाइनल समेत सभी 16 मैच खले उनमें बद्रीनाथ का भी नाम था। बद्रीनाथ ने उस साल 11 परियों मे 32.00 की बेहतरीन औसत से 147.69 के आश्चर्यजनक स्ट्राइक रेट से 192 रन बनाये। लेकिन,बद्रीनाथ का यादगार प्रदर्शन आया 2010 आईपीएल में।
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जहाँ उन्होंने 16 मुक़ाबलों में 126. 00 के तेज़ स्ट्राइक रेट से 356 रन बनाये और चेन्नई को टाइटल जीतने में ख़ास भूमिका अदा की। बदरीनाथ साल 2013 तक चेन्नई के साथ जुड़े रहे। लेकिन, प्रदर्शन में अस्थरिता और बढ़ती उम्र के चलते उन्हें ख़ास मौके नहीं मिले।
कोहली के साथ डेब्यू करने वाले इस खिलाडी ने साल 2018 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया।
इस तरह एक समय आईपीएल की जान माने जाने वाले बद्रीनाथ भी आज आईपीएल के गुमनाम खिलाडियों की लिस्ट में शामिल हो गए।
दोस्तों यह थे वो पांच खिलाडी जो अपने वक़्त में आईपीएल के आसमान पर खूब चमके और आज आईपीएल के गुमनाम सितारों में शामिल हो गए ।