Film : KGF -२ के बनने की कहानी और उससे जुड़े रोचक तथ्य।


फिल्म: केजीएफ चैप्टर 2
बहुप्रतिक्षित फिल्म ‘केजीएफ चैप्टर 2‘ जिसका दर्शक लंबे समय से इंतजार कर रहे थे, 14 अप्रैल 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है और बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही है।
फ़िल्म को मिल रहे ज़बरदस्त रिस्पांस से एक बार फिर साबित हो गया कि भारत में साउथ की फ़िल्मों का क्रेज अब बॉलीवुड से कहीं ज़्यादा है। अगर ‘कश्मीर फाइल्स‘ को अपवाद स्वरूप छोड़ दिया जाये तो ‘पुष्पा’ और ‘RRR‘ के बाद आयी ‘केजीएफ चैप्टर 2‘ तीनों ही ब्लॉकबस्टर फ़िल्में साऊथ की ही हैं, जिन्होंने कोविड महामारी के बाद पूरे भारत में ज़बरदस्त कामयाबी पायी है। शानदार ऐक्टिंग, दमदार डॉयलॉग्स, लाजवाब ऐक्शन और बेहतरीन टेक्नोलॉजी से लबालब इस फ़िल्म की जितनी तारीफ़ की जाए वो कम है।
नमस्कार दोस्तों…

प्रशांत नील
प्रशांत नील द्वारा निर्देशित ‘केजीएफ: चैप्टर 2‘ की कहानी हमें पहले पार्ट यानि केजीएफ चैप्टर 1 की घटनाओं से आगे ले जाती है। इस फ़िल्म में दिखाया गया है कि कैसे अपनी मरती हुई माँ को दिये वचन के मुताबिक रॉकी गरीबी से उठकर सोने की खान का राजा बन जाता है। फ़िल्म में रॉकी के डॉन बनने और उसके दुश्मनों के साथ हुई टक्कर को भी दिखाया गया है।
इस फिल्म का पहला पार्ट साल 2018 में रिलीज हुआ था और रिलीज के बाद कन्नड़ इंडस्ट्री की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बन गई थी।
दोस्तों केजीएफ फिल्म में ऐक्टर यश द्वारा निभाया फ़िल्म का मुख्य किरदार रॉकी भाई आज भले रिकॉर्ड तोड़ कलेक्शन कर दर्शकों के दिलों पर राज कर रहा है लेकिन कम लोगों को ही पता होगा कि की यश इन दोनों फ़िल्मों से पहले भी एक बार रॉकी बन चुके हैं लेकिन तब वे कामयाब नहीं हो पाये थे।
दरअसल साल 2008 में एक फिल्म आई थी जिसका नाम ही था ‘रॉकी‘ और इसके टाइटल रोल को यश ने ही निभाया था लेकिन वह फ़िल्म बुरी तरह पिट गयी थी। उस फ़िल्म की क्रिटिक्स ने काफी आलोचना की थी, जिसका सीधा असर बॉक्स ऑफिस पर पड़ा था और महज 5 करोड़ में बनी वह फ़िल्म अपने पैसे भी वसूल नहीं कर सकी थी।

डबिंग आर्टिस्ट सचिन गोले
केजीएफ चैप्टर 2 में एक बार फिर यश के दमदार डॉयलॉग्स लोगों के दिलों तक उतरने में कामयाब रहे हैं, जिन्हें हिंदी वर्जन के लिये एक बार फिर डबिंग आर्टिस्ट सचिन गोले ने अपनी आवाज़ दी है। सचिन गोले डबिंग इंडस्ट्री का एक जाना-माना नाम हैं। केजीएफ चेप्टर-1 सहित यश की लगभग सभी फ़िल्मों के हिंदी वर्जनके लिये सचिन गोले ने ही डबिंग की है।
सचिन गोले साउथ की कई फिल्मों के लिये हिंदी में डब कर चुके हैं जिनमें अलु अर्जुन, यश और धनुष जैसे कई और स्टार्स के नाम शामिल हैं। इसके अलावा सचिन ने ढेरों एनीमेशन शोज़ और फ़िल्मों के लिये भी अपनी आवाज़ दी है। दोस्तों मज़े की बात कि केजीएफ चैप्टर 1 में यश की आवाज़ बन चुके सचिन को चैप्टर 2 के लिये फिर से ऑडिशन देना पड़ा था और सेलेक्ट होने पर उन्हें बैंगलोर जाकर पहले कुछ डॉयलॉग्स बोलकर दिखाने पड़े थे तब कहीं जाकर उन्हें फाइनल किया गया था।
सचिन बताते हैं कि दरअसल चैप्टर 1 में जिस लहजे में उन्होंने यश के किरदार को आवाज़ दी थी उसे चैप्टर 2 में रिपीट नहीं करना था क्योंकि यश का किरदार अब रॉकी से रॉकी भाई बन चुका था और इस फ़िल्म में उस किरदार का एटीट्यूड पहले से काफी अलग था इसलिए उन्हें भी किरदार के हिसाब से अलग अंदाज़ में डॉयलॉग्स बोलने पड़े थे।
फिल्म में संजय दत्त, रवीना टंडन, श्रीनिधि शेट्टी, मालविका अविनाश, प्रकाश राज, जॉन कोकेन और रवीना टंडन भी बेहद ख़ास भूमिकाओं में हैं। दोस्तों इस फिल्म में दर्शक जितना रॉकी भाई को स्क्रीन्स पर देखने के लिए बेताब थे, उतने ही बेकरार ‘अधीरा‘ के किरदार के लिये भी थे, जिसे संजय दत्त ने निभाया है।
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संजय दत्त
फ़िल्म में संजय दत्त यश के दुश्मन बने हैं और उनकी ऐक्टिंग वाकई में देखने लायक है। दोस्तों केजीएफ चैप्टर 2 संजय दत्त के करियर के लिए एक बेहद ख़ास फिल्म है, क्योंकि कैंसर से जूझने के बाद संजय ने सबसे पहले इसी फ़िल्म के लिए शूटिंग शुरू की थी। सबसे बड़ी बात कि शुरुआत में ही उन्हें इस फ़िल्म का क्लाइमेक्स सीन शूट करना पड़ा था जो बेहद मुश्किल भरा था।
संजय कहते हैं कि, “, यह मेरे लिए ही नहीं बल्कि मेरे परिवार के लिए भी चुनौतीपूर्ण था। क्योंकि मेरा इलाज तब भी चल रहा था और मेरे कीमो के सेशंस चल रहे थे। जब मैंने क्लाइमेक्स के लिए शूटिंग शुरू की तब मैं पूरी तरह से कैंसर मुक्त नहीं हुआ था।” दोस्तों जब यह फ़िल्म संजय को ऑफर की गई थी तब संजय इसे करने के लिये मन नहीं बना पा रहे थे ऐसे में इस फिल्म के लिए उनकी पत्नी मान्यता दत्त ने संजय दत्त को राजी किया था।

रवीना टंडन
इस फिल्म की शूटिंग के दौरान संजय की सेहत का ध्यान रखते हुए फिल्म के मेकर्स ने संजय दत्त को बॉडी डबल की मदद लेने की भी सलाह दी थी, लेकिन इसके लिये उन्होंने मना कर दिया और पूरे सीन को खुद ही शूट किया। यह फ़िल्म संजय दत्त की पहली कन्नड़ फ़िल्म भी है। केजीएफ चैप्टर 2 में भारत की प्रधानमंत्री के रूप में रवीना टंडन ने लाजवाब प्रदर्शन किया है। फ़िल्म में रवीना ने ग्रे-शेड के किरदार को निभाया है। एक सख़्त पॉलिटिशयन की इस भूमिका को रवीना ने जीवंत कर दिया है।
केजीएफ चैप्टर 2 के कुछ हिस्सों को चैप्टर 1 के साथ ही बैक-टू-बैक शूट कर लिया गया था । उसके बाद मार्च 2019 में इस सीक्वेल की शूटिंग शुरू हुई थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण फरवरी 2020 में इसे रोक दिया गया था। बाद में लगभग पांच महीने के बाद इसकी शूटिंग फिर से शुरू हुई जो दिसंबर 2020 में पूरा हो गयी। फ़िल्म की शूटिंग बैंगलोर , हैदराबाद , मैसूर और कोलार आदि जगहों पर की गयी थी। इस फिल्म की सबसे बड़ी ख़ासियत इसके स्टंट सीक्वेंस हैं। फिल्म के कई एक्शन सीन्स ऐसे हैं जो पहले कभी नहीं देखे गये हैं।

उज्ज्वल कुलकर्णी
फ़िल्म की एडिटिंग उज्ज्वल कुलकर्णी ने की है जो महज 19 साल के हैं उज्जवल कुलकर्णी इससे पहले शॉर्ट फिल्में एडिट करते थे। भारतीय सिनेमा में ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक बड़े बजट की फिल्म की एडिटिंग का काम किसी युवा को सौंपा गया है। दरअसल उज्जवल के काम से प्रशांत नील काफी इंप्रेस थे। जब प्रशांत ने अपनी इस बिग बजट फिल्म से जुड़ा यह फैसला लिया तो सबसे पहले उन्होंने उज्ज्वल कुलकर्णी को फिल्म का ट्रेलर एडिट करने का काम दिया, जो उन्हें काफी पसंद आया। इसके बाद प्रशांत नील ने पूरी फिल्म की एडिटिंग उज्ज्वल कुलकर्णी के हवाले कर दी।
सिनेमैटोग्राफर भुवन गौड़ा
इस फ़िल्म को और ख़ूबसूरत बनाने का काम किया है सिनेमैटोग्राफर भुवन गौड़ा ने, जो केजीएफ: चैप्टर 2 में रॉकी का इंट्रो सीन से लेकर क्लाइमेक्स की लड़ाई तक, हर सीन को बड़े ही अलग और स्टाइलिश अंदाज़ से शूट किया गया है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर भी लाजवाब है जिसे तैयार किया है रवि बसरूर ने, जो फिल्म को और भव्य बनाता है।
दोस्तों केजीएफ चैप्टर 2 को जुलाई 2021 में रिलीज किए जाने की संभावना थी परंतु देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए इसकी रिलीज़ डेट को आगे बढ़ा दिया गया था। हालांकि केजीएफ चैप्टर 2 का ट्रेलर काफी वक्त पहले रिलीज कर दिया गया था। इस फिल्म को पैन इंडिया लेवल पर कुल 5 भाषाओं में प्रदर्शित किया गया है।
अपनी बम्पर ओपनिंग के साथ साथ ‘केजीएफ 2‘ ने रिलीज़ के साथ ही एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। दरअसल रिलीज़ से पहले ही फिल्म की इतनी जबरदस्त मांग बढ़ गयी थी कि इसे रिलीज करने के लिए लगातार स्क्रीन्स की संख्या बढ़ानी पड़ी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘फिल्म के हिंदी वर्जन को ही 4400 स्क्रीन पर रिलीज किया गया है, जो इसे महामारी के बाद अभी तक की सबसे बड़ी रिलीज़ है। वहीं दक्षिण भारत में फिल्म 2600 से अधिक स्क्रीन्स पर रिलीज हुई है।
इस फ़िल्म को दुनिया भर के स्क्रीन्स मिलाकर 10,000 से अधिक स्क्रीन पर रिलीज करने की योजना बनाई गयी थी। केजीएफ चैप्टर 2 आईमैक्स में रिलीज़ होने वाली पहली कन्नड़ फिल्म भी है ।
केजीएफ के फर्स्ट पार्ट को कन्नड़, तमिल और तेलुगु आदि भाषाओं के साथ-साथ हिंदी भाषा में रिलीज किया गया था जिसे दर्शकों ने बहुत ही पसंद किया और उस फिल्म ने लगभग ढाई सौ करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी जो कन्नड़ फ़िल्मों के इतिहास में सबसे बड़ी थी। केजीएफ 2 की बात करें तो इस फ़िल्म ने कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और पहले दिन हिंदी में सबसे बड़ी ओपनिंग करने वाली फिल्म बन गई है।
केजीएफ 2 ने पहले दिन पूरे भारत में 134.5 करोड़ की ग्रॉस कमाई करके नया रिकॉर्ड बना दिया है। फिल्म महज हिंदी वर्जन की कमाई के ज़रिये दूसरे दिन ही सौ करोड़ के आंकड़े को पार चुकी है।
‘केजीएफ 2’ के 2 दिन के ग्रास इनकम की बात करें तो वो 231 करोड़ रुपये के आस-पास है जो किसी कन्नड़ फिल्म की कमाई का एक नया रिकॉर्ड है। दोस्तों फ़िल्म केजीएफ चैप्टर 2 की सफलता व कमाई बदस्तूर ज़ारी है, और आगे यह फ़िल्म अभी और बहुत से रिकॉर्ड अपने नाम कर सकती है इसमें कोई शक़ नहीं है।
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