भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार दो अलग भारतीय टीम, दो अलग प्रारूपों में, दो अलग देशों के खिलाफ खेलते हुए नजर आएंगी। दोस्तों आने वाले कुछ दिन भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए फुल ऑफ एक्शन साबित होंगे जहां भारतीय बेंच स्ट्रेंथ और सीनियर टीम के पास अलग-अलग देशों में फतेह हासिल करने का मौका होगा।
और क्रिकेट के इस रोमांचित कर देने वाले माहौल में, आज की इस वीडियो में हम आपसे बात करने वाले हैं भारतीय युवा सितारों से सुसज्जित श्रीलंका दौरे पर जाने वाली इंडिया बी टीम की।दोस्तों 13 जुलाई से शुरू होने वाले इस दौरे में भारत की ओर से कप्तान शिखर और कोच राहुल द्रविड़ मोर्चा संभालेंगे।
और इस टीम की खासियत में शुमार होता है अनुभव से ज्यादा प्रतिभा का संकलन, आईपीएल और डोमेस्टिक क्रिकेट में धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले कई युवा खिलाड़ी इस टीम का हिस्सा होंगे। इसी क्रम में आज हम आपके सामने साझा करने वाले हैं इस दौरे से जुड़े कुछ ऐसे युवा क्रिकेट सितारों के नाम जिनसे भारतीय क्रिकेट के भविष्य की, अनगिनत उम्मीदें जुड़ी हुई है।
आज हम आपके सामने इस दौरे में शामिल पांच ऐसे खिलाड़ियों के नाम प्रेषित करेंगे, जिनसे मैच जिताऊ प्रदर्शन की करोड़ों असीम आशाएं जुड़ी हुई है।
और हमारी इस फेहरिस्त में पांचवा नाम शामिल होता है
ईशान किशन
जी हां दोस्तों, आईपीएल फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के स्टार मिडल ऑर्डर बैट्समैन और भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे ईशान किशन से, इस दौरे में भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों की बहुत उम्मीदें जुड़ी हुई होंगी। जहां एक ओर इशान किशन को लंबे लंबे हिट्स और आतिशी पारियों के लिए जाना जाता है वहीं दूसरी ओर सूज-बूझ से की गई साझेदारीया भी उनके खेल में साफ साफ झलकती हैं।
बाएं हाथ के इस विकेटकीपर बल्लेबाज के नाम प्रथम श्रेणी व लिस्ट ए क्रिकेट करियर में कुल मिलाकर 5172 रन शामिल है। वही हम बात करें इशान किशन के आईपीएल प्रदर्शन की तो अभी तक खेले गए अपने 56 आईपीएल मैचों में ईशान 1284 रन अपने नाम के आगे दर्ज करवा चुके हैं।
दोस्तों वैसे तो अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी इशान किशन अपनी प्रतिभा का जलवा दो टी-20 मैचों में बिखेर चुके हैं, लेकिन श्रीलंका जाने वाली इस टीम के साथ इस युवा खिलाड़ी को नई चुनौतियों का सामना कर अपनी प्रतिभा के साथ पूर्ण न्याय करना होगा।
वरुण चक्रवर्ती
श्रीलंका दौरे पर युवा सितारों से बेहतरीन प्रदर्शन की आशा की सूची में अब चौथा नाम जुड़ता है वरुण चक्रवर्ती का।दोस्तों कहते हैं अवसर किसी की प्रतीक्षा नहीं करता। इस कथन के संदर्भ में बात अगर वरुण चक्रवर्ती करें तो यह अपनी सार्थकता स्वतः ही सिद्ध कर देता है। दरअसल वरुण चक्रवर्ती का चयन पिछले साल ऑस्ट्रेलिया जाने वाली भारतीय टीम में हुआ था,
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मगर अपनी चोट के चलते उस दौरे से वरुण चक्रवर्ती को अपना नाम वापस लेना पड़ गया।और उनकी जगह टी.नटराजन को टीम में, पिक कर लिया गया था और इसके बाद की कहानी तो जगजाहिर है।लेकिन अपनी रहस्यमई लेग स्पिन से कई बल्लेबाजों के होश फाख्ता करने वाले
वरुण चक्रवर्ती के पास श्रीलंका के इस दौरे पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने और भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के बीच नाम कमाने का पूरा अवसर रहेगा।
अब हमारी इस सूची में अगला नाम जुड़ता है पृथ्वी शॉ का।
साल 2018 में अपने नेतृत्व वाली इंडिया अंडर-19 क्रिकेट टीम को विश्व विजेता बनाने वाले पृथ्वी शॉ का बिहार के एक शहर “गया” से हैं.क्रिकेट के प्रति अपने जुनून को विस्तृत सांचे में ढालने के लिए साल 2010 में पृथ्वी शॉ बिहार से मुंबई आ बसे।मुंबई के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पृथ्वी शॉ का डेब्यू साल 2016-17 की रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैच में हुआ
जहां अपना पहला मैच खेलते हुए पृथ्वी शॉ ने शतक ठोकते हुए मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया था। प्रथम श्रेणी में मिली कामयाबी के बाद पृथ्वी शॉ का डेब्यू साल 2018 में भारतीय टेस्ट टीम में भी हो गया जहां पृथ्वी, टेस्ट प्रारूप में सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे यंग debutant बने।
अपने करियर के बेहद ही शुरुआती दौर में असीम कामयाबी पाने के बाद पृथ्वी शॉ के करियर में वह दौर भी आ गयाजब उनकी बनी बनाई ख्याति क्रिकेट प्रशंसकों के सामने पूर्णतः धूमिल हो गई ।
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दरअसल जुलाई 2019 में डोपिंग टेस्ट में पकड़े जाने के बाद बीसीसीआई द्वारा पृथ्वी शॉ पर 8 महीने का बैन लगा दिया गया । जिसके बाद कई क्रिकेट विशेषज्ञों ने तो पृथ्वी शॉ के क्रिकेट करियर समाप्त होने के निश्चित कयास भी लगा दिए थे। हालांकि इन सब बातों के बावजूद क्रिकेट जगत में पृथ्वी शॉ ने धमाकेदार अंदाज में वापसी की।
हाल में खेली गई विजय हजारे ट्रॉफी में पृथ्वी शॉ ने 827 रन 8 इनिंग्स में जड़कर अपने विरोधियों को जवाब अपने बल्ले से दे डाला। 21 वर्षीय इस भारतीय खिलाड़ी का आई पी एल 2021 सीजन, अभी उस ख्याति से तो नहीं गुजरा जिसके लिए पृथ्वी शॉ क्रिकेट जगत में विख्यात हैं। लेकिन श्रीलंका दौरे पर मिले इस मौके को,इतिहास में बदलने का दायित्व पूरी तरह से पृथ्वी शॉ पर ही रहेगा।
अब हमारी इस फेहरिस्त में अगला नाम जुड़ता है चेतन साकरिया का।
गुजरात में जन्मे 23 वर्षीय इस भारतीय युवा खिलाड़ी की प्रतिभा किसी पहचान की मोहताज नहीं है। महज 15 प्रथम श्रेणी मैचों में 41 विकेट चटकाकर, घरेलू क्रिकेट के खेमों में सनसनी मचाने वाले इस दाहिने हाथ के तेज गेंदबाज की कहानी संघर्षों से परिपूर्ण रही है। साकरिया के पिता ऑटो रिक्शा चलाते हुए अपने परिवार का गुजर-बसर किया करते थे।
बेहद कठिन आर्थिक हालात भी साकरिया को अपने सपनों की राहों से हिला नहीं पाए और साल 2021 के आईपीएल में डेब्यू करके, चेतन साकरिया ने समस्त क्रिकेट विशेषज्ञों को अपनी प्रतिभा के सामने नतमस्तक कर दिया।दोस्तों इस साल हुए आईपीएल के अधूरे सीजन में चेतन साकरिया ने राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए 7 मैचों में सात विकेटों का आंकड़ा अपने नाम किया
और उनकी धारदार गेंदबाजी के चलते ही उनका चयन श्रीलंका दौरे के लिए भी हो गया। इस दौरे पर चेतन साकरिया से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीदें सभी भारतीय प्रशंसकों की जुड़ी रहेंगी।
देवदत्त पड़ीकल
श्रीलंका की धरती पर यदि सबसे ज्यादा किसी भारतीय युवा से प्रदर्शन की उम्मीदें जुड़ी हुई है तो वह नाम है देवदत्त पड़ीकल! और देवदत्त पड़ीकल ही हमारी इस फेहरिस्त में पहले नंबर पर शामिल होते हैं।15 प्रथम श्रेणी व 20 लिस्ट ए क्रिकेट में क्रमश 907 व 1387 रनों का आंकड़ा अपने नाम के आगे स्थापित करने वाले देवदत्त पड़ीकल को भारतीय क्रिकेट के कल की उपाधि देना,
कोई अचंभे की बात नहीं है।साल 2019-20 की विजय हजारे ट्रॉफी में पड़ीकल 609 रनों के साथ टूर्नामेंट के लीडिंग रन स्कोरर रहे थे। वहीं पिछले साल आईपीएल में देवदत्त पड़ीकल ने 15 मैचों में 473 रनों का आंकड़ा खड़ा किया, जिसके चलते देवदत्त पड़ीकल आईपीएल 2020 इमर्जिंग प्लेयर अवॉर्ड अपने नाम करने में कामयाब रहे।
इस साल आयोजित हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी देवदत्त पड़ीकल के शानदार प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहा। और इस साल खेले गए आईपीएल के अधूरे सीजन में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आरसीबी की ओर से खेलते हुए एक मैच में देवदत्त पड़ीकल ने अपने नाम के आगे नाबाद 101 रन जोड़े। अपने इस शतक के बदौलत देवदत्त पड़ीकल क्रिकेट विशेषज्ञों से खूब वाहवाही बटोरने में भी कामयाब रहे।
देवदत्त का बैटिंग फ्लो कुछ हद तक भारतीय दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह से मिलने के कारण कई क्रिकेट विशेषज्ञों ने उन्हें भारतीय टीम का युवराज सिंह तक घोषित कर दिया है।बहरहाल इन सब के बावजूद अब देखना यह होगा कि देवदत्त पड़ीकल भारत में किए गए अपने धमाकेदार क्रिकेट प्रदर्शन को श्रीलंका की धरती पर, Blue jersey में किस अंदाज में जारी रख पाते हैं।