BiographyCricket

Michael Vaughan कहानी क्रिकेट के राखी सावंत की

 

Michael Vaughan Biography: कहानी क्रिकेट की राखी सावंत की, जो ओन द फील्ड से ज़्यादा ऑफ द फील्ड मशहूर हुआ! कहानी उस सफल कप्तान की,जो मैदान की बजाए सोशल मीडिया पर वायरल हुआ! कहानी उस बड़बोले खिलाड़ी की, जिसे उसके चुलबुले अंदाज़ से पहचान मिली! आखिर क्यों कोई 18 साल तक न कर सका, जो वॉन ने कर दिखाया! कहानी इंग्लैंड का 18 साल लम्बा सुखा खत्म करने वाले की!

दोस्तों इस दुनिया का दस्तूर है कि पाँचों उंगलियाँ एक जैसी नहीं होती! जहाँ खरगोश तेज़ी से दौड़ता है तो कछुआ मंद मंद चलता है! मूली का पौधा महज़ 3-4 दिन में बढ़ता जाता है तो वहीं आम का पेड़ 15 साल में विकसित होता है! अब आपके मन में ये सवाल आया होगा कि इस बात का एक क्रिकेटर से क्या तालुक?  तालुक बहुत तगड़ा है भैया! क्योंकि कुछ क्रिकेटर तो ऐसे होते हैं जो एक अच्छी पारी खेलते ही दुनिया भर की नज़रों में हीरो बन जाते हैं! एक अच्छा मैच और पूरी दुनिया में उनका नाम गूंजने लगता है! वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो पूरा करिअर घिसते पिटते अपनी टीम को कैरी करते आते हैं

मगर उस वक़्त उन पर किसी क्रिकेट पंडित, एनालिस्ट,या किसी तुर्रंम् खाँ की नज़र नहीं पडी़! लेकिन जब वो रिटायर हो गए तो किसी और कारण या प्लेटफॉर्म के ज़रिये उन्होंने सूर्खियाँ बटोरी! ऐसे ही एक गुमनाम खिलाड़ी, एक अनसंग खिलाड़ी की बात हम आज करने वाले हैं! जो अपने प्लेइंग डेस में था तो एक अच्छा बल्लेबाज़, लाजवाब कप्तान! लेकिन उससे ज़्यादा पहचान और नाम उसे उसके ट्वीट्स और वसीम जाफर के साथ ट्वीट् वार नोंक झोंक से! ये खिलाड़ी कोई और नहीं, बल्कि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन हैं! जो किसी समय बेस्ट इंग्लिश बैट्समैन थे!

हम इस खिलाड़ी के निजी जीवन और उससे जुड़े कुछ पहलुओं की!साथ ही जानेंगे कि आखिर क्यों कोई भी 18 साल तक वो न कर पाया,जो कारनामा वॉन ने कर दिखाया! कैसे इंग्लैंड का सुख खत्म करने वाले इस मसीहे ने ट्विट्टर पर कोहराम मचा दिया!सोशल मीडिया पर अपने चुलबुले ट्वीट्स से बने वॉन क्रिकेट की राखी सांवत!

 

बात करें उनके निजी जीवन की तो उनका जन्म 29 अक्तूबर् 1974 को मंचेस्टर में हुआ! अब क्योंकि उनके अंकल और ग्रेट अंकल लोग भी क्रिकेट खेला करते, तो उन्हें क्रिकेट तो विरासत में मिली! वहीं उनके पिता, जो पेशे से एक इंजीनियर थे, वो भी वर्सली की कप्तानी कर चुके हैं! स्कूली दिनों से ही वॉन को फुटबॉल में अधिक लगाव था, लेकिन घुटनों की तकलीफ के चलते उन्होंने क्रिकेट को ही चुना!
और स्कूल लेवल क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया! जहाँ उनपर योर्कशायर के सेलेक्टर की नज़र पड़ी! जिन्होंने उन्हें काउंटी खेलने के लिए प्रेरित किया! हालांकि उस वक़्त केवल योर्कशायर के ही नागरिकों को उस टीम से खेलने की इजाज़त थी! लेकिन कुछ समय बाद जब ये रूल हटाया गया तो वॉन को उस टीम से खेलने की इजाज़त दे दी गयी!

1993/94 के सीज़न में उन्होंने इंग्लैंड की अंडर 19 टीम की कमान संभाली! और जूनियर लेवल पर अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें 1999 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ टेस्ट में उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना पहला कदम रखा! हालांकि अपना पहला शतक बनाने में उन्हें 2 साल लग गए!

लेकिन 2002 वो समय था जब वॉन अपने पीक पर आये! केवल 7 टेस्ट में उन्होंने 900 रन ठोक दिए! खास तौर पर भारत के खिलाफ़ लाजवाब 195 और 197 रनों की पारी खेली, साथ ही गेंद से सचिन का बड़ा विकेट भी निकाला!

एशेज में भी उनका बल्ला खूब गर्जा जहाँ 32 साल के इतिहास में ऑस्ट्रेलिया जाकर सीरीज़ में 600+ रन बनाने वाले वे पहले बल्लेबाज़ बने!
यही वो साल था जब वॉन नंबर वन टेस्ट बैट्समैन बने!
अगले ही वर्ष वे ओडीआई और टेस्ट कप्तान भी बने! इस वक़्त उनका औसत 51 का था!

वॉन जितने लाजवाब बल्लेबाज़ टेस्ट क्रिकेट में थे, उतने ही फ्लॉप ओडीआई में! जहाँ 86 मैचों में उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं आया!

दोस्तों आज जब हम वॉन के ट्वीट देखते हैं तो लगता है कि ये कोई नौसिखिया, अनाड़ी और बड़बोला व्यक्ति फालतू का ज्ञान झाड़ भारतीय पिचेस की आलोचना कर रहा है! कभी कभी आपको भी लगता होगा कि जो ये कप्तानों की टांग खीच रहा है, ये क्या जाने कप्तानी का मिजाज़ क्या होता है! जिसे क्रिकेट की कोई खोज खबर नहीं है!लेकिन ये सच नहीं है! वॉन अपने समय के टॉप क्लास कप्तानों में से एक रहे हैं जिन्होंने अपने कप्तानी करिअर में खूब कमाल कर दिखाया! और 51 टेस्ट में रेकॉर्ड 26 मुकाबलों में 51% से जीत का स्वाद चखाया! जो उस वक़्त एक वर्ल्ड रेकॉर्ड था! आपको ये जानकर शायद हैरानी होगी कि उनसे ज़्यादा मुकाबलों में इंग्लैंड को जीत केवल जो रूट (27) ने ही दिलाई है! वॉन की प्रतापी और तेजस्वी कप्तानी का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जो कोई कप्तान 18 साल से ना कर पाया वो झंडे इस सिपाही ने गाड़ दिखाए! दरअसल इंग्लैंड 18 साल तक एशेज नहीं जीत पाई! लेकिन ये लेजेंडेरी जीत वॉन की कप्तानी में 2005 में आई! जिनकी अगुवाई में कंगारुओं को उन्होंने 2-1 से रौंद डाला! यही नहीं, एक समय तो ऐसा आ गया था जब इंग्लैंड एक अभेद्य किला बन चुका था जहाँ इंग्लैंड में जाकर इंग्लैंड को ही हराना एक ख़्वाब सा लगने लगा था! 2004 में उन्होंने अपने दम पर इंग्लैंड को अपनी सरज़मीं पर हुए 7 के 7 टेस्ट जिताए!

लेकिन एशेज के बाद वॉन का करिअर डांवाडोल सा हो गया! और उनका पेरफोर्मांस नीचे की ओर जाने लगा! वे इंजरी से काफी परेशान रहने लगे! उनके घुटने की इंजरी ने उनका करिअर, बैटिंग औसत सब हिलाकर रख दिया! ऊपर से कप्तानी का प्रेशर! वैसे तो वॉन एक ओपनर थे, लेकिन कूक और स्ट्रौस को मौके देने हेतु उन्होंने अपना बेटिंग ऑर्डर नीचे कर लिया!आपको बता दे कि इंग्लैंड के पहले टी 20 कप्तान भी वॉन ही हैं!

2007 विश्व कप में इंग्लैंड ने काफी लचर प्रदर्शन किया और इंग्लैंड विश्व कप से जल्द ही बाहर हो गई! चोटों से बार बार परेशान हो रहे वॉन की बल्लेबाज़ी फॉर्म में भी समस्या आ रही थी और उन्होंने अंततः 2009 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया!

इसके बाद वॉन ने कंमेंटरी और ब्रॉडकास्टिंग संग नाता जोड़ लिया! फ़िल्हाल वे स्काई स्पोर्ट्स और ईएसपीएन/क्रिकबज़ के लिए कंमेंटरी करते नज़र आते हैं! इसके अलावा वे कई कंपनी के मालिक और ब्रैंड अम्बैसडर भी हैं!

लेकिन इस सबके अलावा वॉन अपने विवादास्पद ट्वीट्स और टिप्पणी के चलते खूब सुर्खियों में रहते हैं! साल 2021 में उन्होंने भारत और इंग्लैंड के टेस्ट सीरीज़ के दौरान चेन्नई और अहमदाबाद की पिच पर काफी विट्टी कंमेंट किये और फिर टी 20 सीरीज़ में भी कंट्रोवर्शियल स्टेटमेंट दिए जिसका मुह तोड़ जवाब देने भारत के पूर्व बल्लेबाज़ वसीम जाफ़र आए! जिसके बाद उनकी काफी खिचाई हुई! कई मीमस् भी बने! पर अब तो मानो वॉन का ये पेशा बन चुका है, जिसकी उन्हें आदत सी पड़ चुकी है! और उनके बेस्ट फ्रेंड वसीम के रिप्लाई तो उन्हें खाना हज़म नहीं होता! अपने इसी चुलबुले अंदाज़ के लिए वॉन अक्सर सुर्खियों में रहते हैं!

बात करें उनके स्टेट्स की तो वॉन ने अपने कैरियर में कुल 82 टेस्ट,86 ओडीआई,2 टी 20 खेले जिसमें उनके नाम 7000 से भी अधिक रन हैं!

तो ये थी कहानी क्रिकेट की राखी सावंत, चुलबुले और बड़बोले माइकल वॉन की!

https://youtu.be/EeBVcUlEoq0

Show More

Related Articles

Back to top button