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R Ashwin 100 IQ Moments : 5 Tactical Moves

और कल वर्ल्ड (Wold) कप टीम में उसका नाम आ गया। किसी अफसाने (Tale) की तरह वो दिलों में छा गया। अक्षर की चोट ने दी बड़ी टैंशन (Tension) थी, मगर उसकी टीम (Team) में ऐंट्री (Entry) राहत की सांस दे गई। अब हमारी टीम सम्पूर्ण (Whole) हो गई, क्योंकि ऑफ़ स्पिनर (Spinner) की ज़रूरत पूरी हो गई।

दोस्तों,वैसे तो एक ऑफ (OFF) स्पिनर (Spinner) सिर्फ़ नॉर्मल (Normal) बॉलिंग (Bowling’s) ही करता है,लेकिन जब बात हो रविचंद्रन अश्विन की तो ये बंदा अपनी कलाकारी से कमाल करता है। हाल ही में भारत (India) का फ़ाइनल (Final) वर्ल्ड कप स्क्वॉड (Squad) आ गया है। जिसमें वाइल्डकार्ड (World wide) इंट्री (Entry) मारी है महान खिलाड़ी आर अश्विन ने। ताजुब की बात तो ये है कि न तो प्रोविजनल (Provisional) स्क्वॉड (Squad) में, और न ही एशिया कप में वे टीम (Team) का हिस्सा थे, लेकिन अब अक्षर पटेल के चोटिल होने के बाद उन्हें वर्ल्ड कप टीम में शामिल किया गया है। 2011 बैच वाले इस टीम में वे केवल दूसरे ही खिलाड़ी बचे हैं। पहले तो थे विराट कोहली, आप जानते ही हैं।
वे क्या शख्सियत हैं और इस टीम में क्या वैल्यू (Value) देते हैं, उसका एक नमूना हमने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ दूसरे ओडीआई (ODI) में बखूबी देखा।जैसे ही इन्होंने गेंद थामी,तो वॉर्नर इनके खौफ से राइटी बन गए।तो ये जनाब भी ऑफ (OFF) स्पिनर (Spinner) से लेग स्पिनर (Spiner) बन गए और वॉर्नर को उन्हीं के जाल में फसा एलबीडब्ल्यू (LBW) कर दिया। ये क्रिकेट नहीं, चैस था बॉस।
ऐश एक ऐसे फनकार है जिन्होंने ऑस्ट्रेलियंस के सर चढ़कर अपनी फिरकी का जादू तो दिखाया ही है, साथ ही बल्ले (Bat)  से कमाल करके भी हमें मैचेस (Matches) जीताए। अपनी एक से एक बॉलिंग वैरिएशन हो या फिर स्मिथ, रूट, वॉर्नर जैसे लीजेंड्स (legends) को मज़ाक मज़ाक में आउट (Out) करना। अश्विन हमेशा ही अपनी मैच विनिंग परफॉर्मेंस (Performance) के लिए काफ़ी सुर्खियों में रहे।

लेकिन ये सिर्फ़ उनकी बैटिंग (Batting) या बॉलिंग ही नहीं, दरअसल ये उनकी माइंड (Mind) गेम्स हैं जो कि उन्हें बाकी खिलाडियों से बढ़िया बनाती हैं। क्योंकि उनके पास एक के बाद एक स्कीम (Scheme) हैं, जिन्हें समझ पाना काफी मुश्किल है। भले ही अश्विन एक क्रिकेटर हैं,लेकिन उनके वो टैक्टिक्स (Tactics) किसी चैस प्लेयर (Player) से कम नहीं हैं। अश्विन को देखकर ऐसा लगता है कि क्रिकेट की रूलबुक को उन्होंने मानो पूरा कंठस्त कर रखा हो। जो इंटरेस्टिंग माइंड गेम्स के लिए ऑसीज जाने जाते हैं, उन्हें मात अपने शातिर दिमाग से सिर्फ़ अश्विन ही दे सकते हैं। शायद यही कारण था कि wtc फाइनल में इन्हें ड्रॉप करने की भूल रोहित और द्रविड़ इस वर्ल्ड कप में दोहराना नहीं चाहते। तभी तो ये जनाब वाइल्डकार्ड (Wild Card) इंट्री (Entry) मार ओडीआई (ODI) टीम में आ गए।
आज का ये पोस्ट उन लोगों के लिए जवाब (Answers) है जो ऐश को जगह पर सवाल उठा रहे हैं।
अश्विन ने अपने करियर (Career) में काफ़ी कई टैक्टिक्स करके अपने हाई iq का नज़ारा पेश किया। अगर नहीं जानते तो ये पोस्ट पूरा देखिएगा, आपको अश्विन के आईक्यू लेवल का पता चल जाएगा।

Ravichandran-Ashwin

5. जलेबी से सीधे अश्विन,अरे कहना क्या चाहते हो:

साल था 2018, इंडिया (India) का इंग्लैंड टूर (Tour) टैस्ट सीरिज चल रही थी। और इंग्लैंड की स्विंग  (Swing), सीम वाली कंडीशन (Condition) में अश्विन ने अपनी स्पिन (Spin) का काफ़ी जादू (Magic) बिखेरा। और एलास्टेयर कुक काे खूब परेशान किया। आगे के मैचों के लिए इंग्लैंड के एनालिस्ट बार बार उनकी वीडियो देखने लगे , बार बार उनकी ग्रिप, वैरिएशन को समझने की कोशिश करने लगे।
और जैसे कि इंग्लैंड,ऑस्ट्रेलिया वाले अकसर करते हैं,एक प्लेयर को एक्सपोज़ (Expose) करने के लिए इंटरव्यू (Interview) का बहाना, और मास्टरक्लास के नाम पर उसके सारे टिप्स (Tips) और ट्रिक्स (Tricks) लूट अपने प्लेयर्स की मदद (Help) करते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ उस सीरिज में। जब इयान वॉर्ड ने अश्विन का इंटरव्यू लिया। और कुक को आउट करती उस बॉल (Ball) के बारे में पूछा। वो बॉल को कैसे स्पिन कराते हैं ये भी पूछा। उनकी क्या ग्रिप (Grip) है, कौनसी उंगली का रोल है। अश्विन ने हर सवाल (Question) का जवाब दिया, सब कुछ बता दिया लेकिन इयान वॉर्ड जितने क्लूलेस इंटरव्यू की शुरुआत में दिखे, उससे डबल हक्के बक्के दिखे एंड में। क्योंकि अश्विन की एक बात उनके पल्ले नहीं पड़ी। क्या फ्लिपर, क्या स्लाइडर, क्या अंडर कट। जलेबी से सीधे अश्विन ने वैसे तो अपने सारे भेद खोल दिए, पर उनकी दिमागदारी के आगे इयान भी मानो मन में यही कह रहे थे “कि अरे कहना क्या चाहते हो।” कुछ इस तरह ऐश ने अंग्रेजों को उन्हीं के खेल में चेकमेट कर दिया।

 

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4. *जब डीआरएस (DRS) पे दे मारा डीआरएस (DRS)*:

दोस्तों अभी तामिल नाडू प्रीमियर (Premiere) लीग (टीएनपीएल) खेली जा रही है। जिसमें डबल्यूटीसी (WTC) फाइनल (Final) से लौटते ही अश्विन ने भी हिस्सा (Part) लिया है। और आते ही कुछ ऐसा अजीबोग़रीब कर दिखाया जिसे देख अंपायर ही कन्फ्यूज (Confuse) हो गए। दरअसल 15 जून को डिंडिगुल ड्रैगंस और बीए त्रिची के बीच मैच खेला जा रहा था। जहां 13वा ओवर (Over) करा रहे अश्विन ने त्रिची के राजकुमार को कॉट बिहाइंड करा दिया। और अंपायर (Umpire) ने उन्हे आउट (Out)  दे दिया। जिसके बाद उन्होंने डीआरएस (DRS) ले लिया। और डीआरएस में ये दिखा कि बैट ज़मीन पर लगा जिसकी वजह से आवाज़ आई थी और अंपायर ने अपने फैसले को बदल दिया। अश्विन सेटिस्फाई (Satisfy) नहीं थे जिसके बाद उन्होंने इस फैसले (Decision) को ही चैलेंज (Challenge) कर दिया और डीआरएस पर ही डीआरएस दे मारा । इससे अंपायर को भी कन्फ्यूजन (Confusion) हो गया क्योंकि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, खैर ऐश अन्ना चलती फिरती रूल बुक हैं तो उनकी सुननी पड़ी। अंपायर (Umpire) ने इस फैसले को दोबारा से अल्ट्रा (Ultra) एज से एनालाइज (Analyze) किया और दोबारा एक्सप्लेन किया। ऐश का ये मूव काफ़ी अतरंगा और रेयर (Rare) था, जिससे हमें एक और फैक्ट (Fact) पता चला कि अगर दूसरी टीम के डीआरएस (DRS) से आप सहमत न हों तो दोबारा उसको चैलेंज (Challenge) कर रैफरल ले सकते हैं। ये नॉलेज यदि किसी और को होती तो डब्ल्यूटीसी (WTC) फाइनल (Final) में शुभमन के उस कॉन्ट्रोवर्शियल (Controversial) आउट को दूसरे ऐंगल से देखने को चैलेंज कर सकते थे। वैल डन ऐश।

3. जब ऐश ने नाजायज़ को जायज़ बना:

साल 2018, राजस्थान और पंजाब के बीच मैच खेला जा रहा था। जब राजस्थान। रॉयल्स काफ़ी शानदार चेस (Chess) कर रही थी और जॉस बटलर मानो उस इनिंग्स (Innings) में नॉट आउट रहने के इरादे से उतरे थे। और 185 के टोटल (Total) को भी 125 बनाकर 69 रनों पर डटकर खड़े थे। और आदत से मजबूर बार बार अपनी क्रीज़ (Crez) से आगे निकल रहे थे। अश्विन भी, जिन्हें ये बात पसंद नहीं आई, इन्होंने नॉन (Non) स्ट्राइकर (Strike) ऐंड से बटलर के स्टंप्स (Stumps) उखाड़ दिए। मामला थर्ड अंपायर (Umpires) तक गया और क्योंकि बटलर बाहर थे तो अंपायर ने उन्हे आउट (Out) दे दिया। और अश्विन बटलर में कहा सुनी हो गई। इसे स्पोर्ट्समैंनशिप (Sportsman ships) स्पिरिट (Spirit) के खिलाफ़ माना गया और ऐश को काफ़ी क्रिटिसाइज (Criticize) किया गया। उन्होंने 2012 में श्रीलंका के खिलाफ भी पहले ऐसा किया था। पर तब सचिन के कहने पर अपील विड्रा (Withdraw) कर ली गई थी। पर अब उन्हें चीटर तक कहा गया। लेकिन ऐश ने एक वकील (Advocate) की तरह सारे सबूत (Evidence) पेश किए और ये प्रूव (Proof) कर दिया कि ये कोई चीटिंग (Cheating) नहीं है, बल्कि लीगल (Legal) है। और इसके कुछ टाइम बाद आईसीसी (ICC) ने भी इसे लीगल (Legal) और अलाऊ डिक्लेयर (Dclare) कर दिया। जिसके बाद कई मांकड देखने को मिले। इस तरह अश्विन ने हमें एक और रूल सिखाया, और चीटर से जीनियस (Genius) का टैग पाया।

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2. जब टी 20 में रिटायर हुए अश्विन:

2020 आईपीएल (IPL), राजस्थान और लखनऊ के बीच मैच खेला जा रहा था। जब रियान पराग के ऊपर 6 नंबर पर बैटिंग (Batting) करने उतरे थे अश्विन। और 23 बॉल में 28 रन बनाकर खेल रहे थे। भले ही वे 2 छक्के (Sixes) लगा चुके थे, लेकिन अभी उनसे बड़े शॉट्स (Shorts) नहीं लग रहे थे। हालांकि अभी तक उन्हें कोई आउट (Out) नहीं कर पाया था। लेकिन अचानक से वे खुद ही 19वें ओवर में भागकर ड्रेसिंग (Dressing) रूम की तरफ़ निकल पड़े। जिसे देख सब हैरान हो गए । और मानो अंपायर भी उनसे पूछने लगे कि भाई कहां। तब वे रिटायर्ड (Retired) आउट होने वाले आईपीएल (IPL) इतिहास के पहले प्लेयर (Player) बने। आपको बतादें कि अगर कोई प्लेयर दूसरी टीम के कैप्टन (Captain) या अंपायर को बिना बताए ग्राउंड (Ground) छोड़ जाए तो उसे रिटायर्ड (Retired) आउट कहते हैं। फिर वो बैट्समैन दोबारा क्रीज़ (Crez) पर नहीं आ सकता और इसे भी एक विकेट (Wicket) की तरह ही माना जाता है। अश्विन ने यहाँ क्रिकेट का एक और रूल (Rule)  सबके सामने लाकर रख दिया, जिसे अब सभी टीम जानने लगी और आईपीएल 2023 में हमने कई रिटायर्ड आउट प्लेयर्स भी देखे। अश्विन कितने अनप्रेडिक्टेबल (Unpredictable) हैं इस बात को यहीं से जाना जा सकता है जब उस वक्त के उनके साथी हेटम्यार ने ये कहा कि उन्हें भी नहीं पता था कि अश्विन ये कर क्या रहे हैं। पहले से उन्हें इस सबका कोई आइडिया (Idea) न था। हमारे अश्विन हैं ही ऐसे। जो सबको हिला देते हैं।

1. जब अश्विन ने दिमाग़ पर एक्स्ट्रा दिमाग़ लगाया:

पिछले साल ही हुए टी 20 वर्ल्ड कप 2022 तो हम सबने फॉलो (Follow)  किया। और इंडिया पाकिस्तान (Pakistan) का वो हाई वोल्टेज (Voltage) थ्रीलर (Thriller) मैच जहां हम नाखून चबा बैठे।18 पर 48, फिर 8 पर 28 के इंपॉसिबल (Impossible) इक्वेशन से जो मैच विनिंग पोजिशन (Position) में हमें किंग (King) कोहली (Kohli) ले आए, वो किसी जादू से कम नहीं था। लेकिन हार्दिक के आउट होते ही 5 पर 16, और फिर डीके के आउट होते ही मामला 1 बॉल पर 2 रनों पर आकर फस गया था जिसे देख दोनों टीमें (Teams) बेहद नर्वस (Nervous) थी और काफ़ी पूरे स्टेडियम (Stadium) में काफी घबराहट साफ़ नज़र आ रही थी। नवाज़ के हाथ में बॉल थी और क्रीज (Crez) पर आए थे अश्विन। नवाज़ ने लेग (Leg) साइड (Side) में बॉल (Ball) डाली, जिसे काफ़ी होशियारी से अश्विन ने छोड़ दिया और वो वाइड (Wide) हो गई। नवाज़ अपने बाल पकड़ कर बैठ गए क्योंकि अब सिर्फ 1 रन चाहिए था। कोई और प्लेयर होता 99% उसे चेस (Chess) करता और बड़े शॉट के लिए जाता। और एक बॉल (Ball) पहले दिनेश कार्तिक इससे भी बाहर की बॉल को छेड़ आउट हुए थे। पर ये अश्विन थे, जो बेहद ही इंटेलिजेंट (Intelligent) क्रिकेटर हैं। इसके बाद अश्विन ने वो लॉफ्टेड शॉट (Short) लगाया और हम वो अनबेलीवेबल (unbelievable) मैच जीते। 82 की वो विराट पारी (Turn) टी 20 की नंबर 1 पारी थी। पर अंत में वो अश्विन ही थे,जिनके दिमाग से ही हम बड़ी आसानी से जीत (Win) गए। बाद में विराट ने भी कहा कि अश्विन ने दिमाग के ऊपर एक्स्ट्रा (Extra) दिमाग़ लगा दिया जो काबिले तारीफ़ था।

तो ये थे दुनिया के दुनिया (World) के मोस्ट (Most) इंटेलिजेंट (Intelligent) और जीनियस (Genus) क्रिकेटर में एक अश्विन के वो टैक्टिकल मूव्स, जिन्होंने दुनिया को हिला कर रख दिया। हो सकता है आगे भी उनके पिटारे में कुछ ऐसे अटपटी और अनेक्सपेक्टेड (Anticipated) चीजें हमें देखने को मिलें। जो कि क्रिकेट में कुछ नए रूल्स (Rules) लागू कर दे।जो इस वर्ल्ड कप को एक अलग ही फ्लेवर (Flavor)  दें। उम्मीद करते हैं कि ये लेजेंड (Legend) कुछ ऐसी ही कलाकारी कर हमें चैंपियन बना दे।

आज की पोस्ट में इतना ही। अब हमें दीजिए इजाज़त।

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