पैट कंमिस, शानदार पर्सेनालिटी के साथ साथ एक बड़ा दिल रखने वाला वो आस्ट्रेलियाई गेंदबाज जिसने क्रिकेट में बल्लेबाजों के स्वर्णिम काल में भी तेज गेंदबाजों की शाख को बचाए रखा हुआ है।
आज के ऐसे समय में जब क्रिकेट सिर्फ और सिर्फ बल्लेबाजों का खेल बनकर रह गया है उसमें एक गेंदबाज के तौर पर खुद को स्थापित करने में सफल होने वाले गेंदबाजों की संख्या में एक नाम इनका भी आता है।
बहुत से उतार चढ़ाव से गुजरकर सबसे ऊपर पहुंचने की इस गेंदबाज की कहानी लेकर आज हम आए हैं।
पैट कमिंस का शुरुआती जीवन-
पैट्रिक जेम्स कमिंस का जन्म 8 मई साल 1993 को आस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में पिता पीटर कमिंस और मां मारिया कमिंस के खेल प्रेमी परिवार में हुआ था।
दो भाई और दो बहनों के साथ खेल को हद से ज्यादा प्यार करने वाले लोगों के बीच बड़े हुए कमिंस को भी स्पोर्ट्स की दुनिया में अपनी पहचान बनानी थी और जब उनमें समझ आई तो क्रिकेट का खेल उनको आकर्षित करने लगा, उन्होंने सोच लिया था कि अब कुछ बनना है तो इसी खेल को खेलकर ही बनना है और कुछ करना है तो बस इसी खेल में करना है।
क्रिकेट के खेल में कमिंस को क्या बनना था समय के साथ साथ ये भी स्पष्ट हो गया जब उन्होंने ब्रेट ली को खेलते हुए देखा और उनको एक खिलाड़ी के तौर पसंद करने लगे, यहां से उनके मन में एक तेज गेंदबाज बनने का सपना साकार रुप लेने लगा था।
पैट कमिंस की अंगुली का ऊपरी भाग डेमेज-
बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों क्षेत्रों में बचपन से ही अच्छी पकड़ रखने वाले कमिंस जब चार साल के थे तब उनके साथ हुआ एक हादसा उन्हें एक तेज गेंदबाज बनने से रोक सकता था।
दरअसल कमिंस जब चार साल के थे तब एक दिन उनके दोस्तों ने उन्हें पांच लोलीपॉप दिए थे जिसे एक एक कर उन्हें अपने भाई बहनों में बांटना था, कमिंस की एक बहन अपने रुम में थी और दरवाजा बंद था।
कमिंस ने दरवाजा खटखटाया तो उनकी बहन ने लोलीपॉप लेकर दरवाजा तेजी से बंद कर दिया जिसके चलते उनके दांए हाथ की बीच वाली अंगुली का ऊपरी एक सेंटीमीटर भाग डेमेज हो गया।
कमिंस जब बड़े हुए और एक तेज गेंदबाज बनने का सपना जब उनके दीमाग में चल रहा था तब उन्हें ये भी पता था कि उनकी बहन की उस गलती के कारण वो अब आम तेज गेंदबाज की तरह हर प्रकार की गेंद नहीं डाल पायेंगे
लेकिन इसका मतलब ये नहीं था कि उन्होंने निराश होकर क्रिकेट से दुरी बनाने का मन बना लिया था बल्कि कमिंस अब अपने तरकस में मौजूद हर तीर को तराशने और उसे धारदार बनाने की कोशिश में लग गए थे, उन्हें हार मानना बिल्कुल पसंद नहीं था।
पैट कमिंस ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सेंट पोल ग्रामर स्कूल से प्राप्त की जिसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए कमिंस सिडनी में स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में चले गए जहां से भविष्य का यह क्रिकेटर बैचलर्स इन बिजनेस की डिग्री हासिल करके निकला।
कोलेज के दौरान अपने दोस्तों सहित पुरे कोलेज में सबसे हुनरमंद एथलिट रहे पैट कमिंस ने साल 2010 के आसपास ग्लेनब्रुक ब्लैक्सलैंड नाम के क्रिकेट क्लब में दाखिला ले लिया जिसकी तरफ से एक तेज गेंदबाज के तौर पर इनका क्रिकेट सफर शुरू हो गया था।
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पैट कमिंस का क्रिकेट में शुरूआत-
2010 -11 के दौरान अपना पहला बिग बैश सीजन खेल रहे कमिंस ने तस्मानिया के विरुद्ध सोलह रन देकर चार विकेट लिए और यहां से कमिंस क्रिकेट की दुनिया में पहचाने जाने लगे, कमिंस ने यह सीजन सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के तौर पर खत्म किया और अब क्रिकेट आस्ट्रेलिया के कर्ता धर्ताओ के बीच भी कमिंस को लेकर बातचीत होने लगी थी।
अगले साल कमिंस ने अपना फस्ट क्लास क्रिकेट करियर शुरू किया और न्यू साउथ वेल्स की तरफ से खेलते हुए इनकी मुलाकात अपने आइडल ब्रेट ली से हुई और ब्रेट ली को जब ये पता चल कि कमिंस जिस हाथ से गेंद फेंकते हैं
उसकी बीच वाली अंगुली का ऊपरी भाग कटा हुआ है तो उन्होंने कमिंस को बताया कि ये उनकी गेंदबाजी के लिए बहुत मददगार साबित हो सकता है क्योंकि इससे उन्हें अपनी गेंद को सीम और स्विंग कराने में मदद मिलेगी, ब्रेट ली की यह बात सच भी साबित हुई जब आगे चलकर कमिंस दुनिया के सबसे ख़तरनाक स्विंग गेंदबाज बन गए।
पैट कमिंस का शानदार प्रदर्शन-
कंमिस का डोमेस्टिक करियर चल रहा था और साल 2011 के अक्टूबर महीने में उनके लाजवाब प्रदर्शन को देखते हुए क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने इस खिलाड़ी को अपना सेंट्रल कोंट्रेक्ट थमा दिया और अठारह साल की उम्र में कमिंस यह कोन्ट्रेक्ट हासिल करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए थे।
पैट कमिंस ने 13 अक्टूबर साल 2011 को साऊथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 मैच खेलते हुए अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पर्दापण किया जिसमें इस गेंदबाज ने पच्चीस रन देकर तीन विकेट अपने नाम किए।
अपने दुसरे टी20 मैच में भी इस गेंदबाज का प्रदर्शन शानदार रहा जिसकी बदौलत कंमिस को आस्ट्रेलियाई टीम की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया।
नवम्बर 2011 में अपना पहला टेस्ट मैच खेलने उतरे कंमिस के लिए यह अनुभव शानदार रहा, वो इयान क्रेग के बाद टेस्ट खेलने वाले सबसे युवा आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी के रुप में मैदान पर उतरे और पहली पारी में सिर्फ एक विकेट लेने के बाद अगली पारी में अफ्रीकी टीम को तोड़कर रख दिया औरछः विकेट लिए साथ ही इस मैच में विनिंग रन भी बनाए जिसकी बदौलत कंमिस को अपने पहले ही टेस्ट मैच में मैन ऑफ द मैच चुना गया।
इस साल पैट कंमिस ने वनडे क्रिकेट में भी अपना पहला मैच खेला लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट खेलने के दौरान उन्हें इंजरी की शिकायत हुई और यहां से सबकुछ बदल गया।
अपने अब तक के प्रदर्शन के बाद जिस गेंदबाज की तरफ आस्ट्रेलियाई क्रिकेट आशाओं से भरी आंखों से देख रहा था, जिस गेंदबाज को आस्ट्रेलिया का अगला सुपरस्टार क्रिकेटर माना जाने लगा था उसे अगले पांच सालों तक अपनी इंजरीज के एक भी टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला।
साल 2012 से 2017 के बीच कंमिंस आस्ट्रेलिया की रंगीन जर्सी में नजर आते रहे लेकिन अपने करियर का दुसरा टेस्ट मैच खेलने के लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा।
इसी बीच कमिंस साल 2015 में हुए वनडे क्रिकेट वर्ल्डकप की विजेता आस्ट्रेलियाई टीम का भी हिस्सा रहे लेकिन अपनी चोटों के कारण सिर्फ दो मैच ही खेले पाए।
कमिंस को साल 2015 में हुई एशेज सीरीज के लिए भी टीम में शामिल किया गया था लेकिन यहां भी वो कोई भी मैच नहीं खेल पाए और पुरी सीरीज के दौरान बेंच पर बैठे रहे।
कमिंस के उगते करियर को निराशाओं के बादलों ने ढक लिया था, लोगों के बीच में बातें भी होने लगी थी कमिंस अब कभी भी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे, दुसरी तरफ कमिंस ने हिम्मत बनाए रखी उन्हें जहां भी मौका मिलता वो अपना पुरा दम झोंक देते और इस तरह कमिंस उस एक मौके का इंतजार कर रहे थे।
साल 2017 में आस्ट्रेलियाई टीम भारत के दौरे पर थी और यहां लगभग 1946 दिनों बाद पेट कमिंस आस्ट्रेलिया की सफेद जर्सी में खेलते हुए नजर आए।
यहां आस्ट्रेलिया के स्टार तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की इंजरी उनके लिए वरदान बनकर आई और कमिंस ने सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच से वापसी की और अपनी पेस और कमाल की फुर्ती से शानदार प्रदर्शन कर टीम में एक स्थायी स्दसय के तौर पर शामिल हो गए।
यहां से पेट कमिंस ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा वो साल दर साल बेहतर से बेहतरीन बनते चले गए।
पेट कमिंस 2017 -18 के एशेज सिरीज में 23 विकेटों के साथ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने और अगले सीजन भी उनका यह प्रदर्शन जारी रहा जहां इस गेंदबाज ने 29 विकेट हासिल किए थे।
साल 2018 इस गेंदबाज के टेस्ट करियर के लिए शानदार रहा जिसमें इस गेंदबाज ने कुल 44 विकेट अपने नाम किए और क्रिकबज की प्लेइंग इलेवन ओफ द ईयर में भी अपना नाम दर्ज करवाया।
साल 2019 की शुरुआत इस गेंदबाज के लिए नई जिम्मेदारियां लेकर आई जब कमिंस को आस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम का वाईस कैप्टन चुना गया और जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए इन्होंने श्रीलंका के खिलाफ गाबा के मैदान पर दस विकेट लिए जिसकी बदौलत आस्ट्रेलिया वह मैच एक पारी के अंतर से जीतने में कामयाब रहा।
चौदह विकेट के साथ श्रीलंका के खिलाफ मैन ऑफ द सीरीज रहने वाले कमिंस को अगले महीने अलान बोर्डर मेडल से सम्मानित किया गया फ़रवरी 2020 में इस गेंदबाज ने वनडे क्रिकेट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलते हुए अपने 100 विकेट पुरे किए।
साथ ही यह गेंदबाज 2019 वनडे वर्ल्डकप टीम का हिस्सा भी रहा और हाल ही में पहली बार टी20 वर्ल्डकप अपने नाम करने वाली आस्ट्रेलियाई टीम के मुख्य सदस्य भी रहे।
पेट कमिंस ने अपनी धारदार गेंदबाजी की बदौलत आईसीसी रैंकिंग में शीर्ष गेंदबाज का स्थान भी साल 2019 के अंत में हासिल किया जिसमें इनके अंक 914 थे जो इस गेंदबाज को आईसीसी रैंकिंग में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले इतिहास के प्रमुख पांच गेंदबाजों की लिस्ट में भी शामिल करता है।
पैट कमिंस का समग्र प्रदर्शन के आंकड़े-
बात करें इस गेंदबाज के अब तक के अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर की तो कमिंस ने अब तक कुल 34 टेस्ट, 69 वनडे और 37 टी 20 मैच खेले हैं जिनमें इनके विकेटों का आंकड़ा क्रमश 164, 111 और 42 है।
बात करें इस गेंदबाज के आईपीएल करियर की तो दिल्ली और मुंबई की तरफ से खेल चुके इस गेंदबाज को 2020 आईपीएल सीजन के लिए कोलकाता की तरफ से 15.5 करोड़ में खरीदा गया था।
हालांकि यह गेंदबाज अब तक इस टीम को अपनी कीमत के मुताबिक प्रदर्शन नहीं दे पाया है लेकिन कोलकाता का इस गेंदबाज पर भरोसा इस बात को साबित करता है कि वर्तमान में यह गेंदबाज विश्व के सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक है।
रिकी पोंटिंग से लेकर स्टीव स्मिथ और दुनिया के बड़े बड़े बल्लेबाज इस गेंदबाज के हुनर का लौहा मानते हैं।
मैदान पर पुरी तरह से कम्पटीटव और अग्रेसीव अंदाज में नजर आने वाले कमिंस एक नेक दिल इंसान भी हैं जिसका सबूत इन्होंने हाल ही में कोरोना काल के दौरान भारत को 15 लाख रुपए की मदद करके पेश किया था, दुनिया के बाकि कई खिलाड़ियों की तरह कमिंस का भारत के लिए प्यार भी अब जगजाहिर है।
पैट कमिंस का ब्यक्तिगत जीवन-
बात करें इस गेंदबाज की निजी जिंदगी के बारे में तो कमिंस ने बेकि बोस्टन नाम की महिला के साथ विवाह किया था जिनसे इनको एक बेटा है जिसका नाम एल्बी है।
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