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दो अंजाने कैसे बने दुनिया के सबसे रंगबाज़ ओपनर।

बात है 2013 चैंपियंस (Champion) ट्रॉफी (Trophy) की,कल हमारा पहला मैच (Match) होने वाला था। मुझे पता था, मैं कल नहीं खेलूंगा, मैं बस ये सोच रहा था कि कल क्या करूं,तभी मेरे कप्तान (Ca[tain) कहते हैं कि कल तुम ओपनिंग (Opening) करोगे। और मैंने भी हां कह दी, मगर मुझे तो ये भी नहीं पता था कि हमारा मैच किससे है। मैंने तो प्रैक्टिस (Practice) मैच तक मैं ओपनिंग (Opening) नहीं की थी। पर चलो, अब देखते हैं। ये शब्द हैं टीम इण्डिया के धाकड़ बैट्समैन (Batsman) और वर्ल्ड क्रिकेट के ग्रेटेस्ट (greatest) ओपनर्स में से एक रोहित शर्मा के। जिन्होंने एक फुल टाइम ओपनर (Opener) के रूप में उस चैंपियंस (Champions) ट्रॉफी (Trophy) के पहले मैच से खेलना शुरू किया। इससे पहले वो मिडल (Middle) ऑर्डर (Order) में ही खेला करते थे। वहीं उनके साथ ओपन करने वाले टीम के नियमित (Regular) ओपनर शिखर धवन, उनको तो खुद मैच से पहले ये पता ही नहीं था कि भाई मेरे साथ ओपनिंग करेगा कौन। ऐसे में आगे क्या हुआ। ये बताने की ज़रूरत नहीं। जब पहली बार 2013 में ये 2 अनजान ओपन करने उतरे, जिनमें से एक तो ओपनर था भी नहीं, बल्कि एक मिडल ऑर्डर बैट्समेन था।तो किसी ने उस वक्त सपने (Dream) में भी नहीं सोचा था कि अगले 10 साल में ये मॉडर्न (Modern) डे क्रिकेट की नंबर 1 ओपनिंग जोड़ी होगी। जो देश विदेश में, दुनिया के ग्रेटेस्ट (Greatest) बॉलिंग अटैक्स (Attack) को धूल चटा देंगे।और इतनी बड़ी पार्टनरशिप (Partnership) करेंगे , कि जिनकी ग्रेटनेस (Greatness) के दुनिया में कसीदे (Ballads) पढ़े जायेंगे। आज की पोस्ट में, हम बात करेंगे उस महान सफर/जर्नी की, गब्बर शिखर धवन और हिटमैन रोहित शर्मा की जोड़ी नंबर 1 बनने की। मगर, इनकी जोड़ी को तोड़ने वाली इसकी सेड एंडिंग की भी। ये हमारी सीरीज का दूसरा पोस्टहै। पिछले पोस्टमें हमने बात की थी ब्रॉड एंडरसन की जोड़ी की। तो वो एपीसोड भी ज़रूर देखें। तो चलिए, पोस्ट को शुरू करते हैं।

Shikhar Dhawan and Rohit Sharma

तो मोर्ने मोर्कल, सोतसोबे, मैक्लारेन और पीटरसन से सजी एक बढ़िया लाइन अप वाली साउथ अफ्रीका के सामने उतरते हैं रोहित और शिखर, अब क्योंकि ये वो दौर था जब इंडियन (Indian) टीम लिमिटेड (Limited) ओवर्स (Overs) में अपनी सलामी जोड़ी के लिए संघर्ष (Conflict) कर रही थी। सीनियर (Senior) प्लेयर्स को ड्रॉप (Drop) कर दिया गया था और धोनी अपने रिस्क (Risk) पर एक यंग (Young) टीम ले गए जहां उन्होंने एक बड़े आइसीसी (ICC) इवेंट (Event) में ही एक दांव खेल दिया। नए नवेले (Novel) ओपनिंग (Opening) जोड़े को उतार दिया। जहां पहले मैच में ही 6 के ऊपर रन रेट (Rate) से ये धुरंधर 127 की पार्टनरशिप (Partnership) लगा देते हैं और टीम बोर्ड (Board) पर 331 रन ठोक देती है जिसमें शिखर के ताबड़तोड़ 114 और हिटमैन के भी पेशेंस ९वाले 65 रन थे। इस जोड़ी की शुरुआत ज़बरदस्त थी। अगले मैच में फिर वेस्टइंडीज के आगे इन दोनों ने 101 रनों की पार्टनरशिप लगा दी, एक बार फिर रोहित ने पचासा और शिखर ने शतक जड़ डाला था। इन्हीं की ज़बरदस्त सलामी बल्लेबाजी (Batting)  के दम पर हम 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी (Trophy) जीते। जहां 363 रन बनाकर शिखर टॉप स्कोरर (Scorer) और मैन ऑफ द टूर्नामेंट (Tournament) बने। इसके बाद 2015 के ओडीआई (ODI) वर्ल्ड (World) कप में भी इनकी ये जोड़ी ब्लॉकबस्टर (Blockbuster) साबित हुई। जानते हैं इन दोनों की सबसे बड़ी स्ट्रैंथ (Thanks) क्या थी, अगर रोहित जल्दी फेल (Fail) होते, तो शिखर एक बड़ा सेंचुरी (Century)  ठोक देते। और अगर शिखर कहीं जल्दी आउट (Out) हो जाते तो रोहित एंड तक खड़ जाते। ये दोनों बड़ी ही अच्छी केमिस्ट्री (Chemistry) से इस वर्ल्ड कप में भी कभी सेंचुरी तो कभी हाफ सेंचुरी वाली पार्टनरशिप लगाते चले गए। सेमीफाइनल (Semi Final) में भी इन्होंने एक अच्छी खासी शुरुआत दे दी थी, वो बात अलग है कि हमारा मिडल (Middle) ऑर्डर (Order) फेल हो गया।लेकिन अब ये जोड़ी इंडियन (Indian) टीम, साथ ही साथ वर्ल्ड क्रिकेट की सबसे जबरदस्त जोड़ी बनती जा रही थी। जहां एक दौड़ा दौड़ा कर मारता था, तो वहीं दूसरा बॉलर्स (Bowlers) को रख रख कर उधेड़ता था। 2017 के चैंपियंस (Champions) ट्रॉफी में भी गब्बर और हिटमैन की ये जोड़ी सुपरहिट थी, जहां 5 में से 2 मैचों में इन्होंने बड़ी शतकीय साझेदारी की,तो एक मैच में हाफ (Half) सेंचुरी (Century))  वाली स्टैंड भी देखने को मिली। अब रेड (Red) बॉल क्रिकेट में तो कभी भी इन दोनों ने ओपनिंग (Opening) करने का मौका नहीं दिया गया। लेकिन इन्होंने वाइट बॉल क्रिकेट में ओपनिंग को हमारी सबसे बड़ी स्ट्रैंथ (Strength) बनाकर रख दिया था, जो कि कभी एक बड़ा सिरदर्द था। इन दोनों की इस जोड़ी ने वर्ल्ड क्रिकेट में एक मिसाल (Example) पेश की थी। कि आइसीसी (ICC) इवेंटस (Events) में कैसे बड़ी पार्टनरशिप की जाती है। बाईलेटरल में तो हर कोई शेर होता है। लेकिन वर्ल्ड कप जैसे इवेंटस में जलवे दिखाने एक कला है, जिसके हमारे ओपनर्स अब उत्कृष्ट (Excellent) कलाकार बन चुके थे। 2019 का वर्ल्ड कप वो आखिरी मौका था, जब किसी आइसीसी इवेंट में शिखर और रोहित की सलामी जोड़ी मैदान पर उतरी।

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इसी दौरान मुझे एक किस्सा याद आता है,जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमारा मुकाबला था, जहां दुनिया ने इन दोनों की मैंटल टफनेस और नेवर गिव अप एटीट्यूड (Attitude) को देखा। जब शिखर को पारी की शुरुआत में ही कमिंस की 150 की स्पीड से बॉल लग गई थी और ऑन द स्पॉट उनका हाथ टूट चुका था। तो वो रोहित ही थे जिन्होंने हौंसला देते हुए धवन को खेलता रहने के लिए मोटिवेट (Motivate) किया था। और धवन ने 117 रन जड़ दिए और मैन (Mn) ऑफ द मैच भी बने। इस मैच में भी ये जोड़ी हमें 100 के पार ले गई थी। लेकिन इंजरी (Injury) के चलते गब्बर वर्ल्ड कप से बाहर हो गए। ये उनका आखिरी वर्ल्ड कप मुकाबला था। इसके बाद टीम ने भले ही कई ओपनिंग कॉम्बिनेशन (Combination) आजमाए,लेकिन जो खुशियां हमें गब्बर और हिटमैन की जोड़ी ने दी, वो दूसरी कोई सलामी जोड़ी न दे सकी।2021 में तो सेलेक्टर्स (Selectors) शिखर को ड्रॉप करने को आतुर थे, जो कि उन्होंने टी 20 से उन्हें कर भी दिया। अब ये जोड़ी सिर्फ़ ओडीआई (ODI) में ही रह गई थी। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ़ ओडीआई (ODI) सीरीज में 1 सेंचुरी और एक मैच में 64 वाली पार्टनरशिप ने सबकी बोलती बंद कर दी। 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ़ वो आइकॉनिक (Iconic) दिन भी आया जब ये जोड़ी ऐतिहास के पन्नों पर सर्वश्रेष्ठ (Best) बनी। ये वही मैच था जब इन दोनों ने ओडीआई क्रिकेट में 5000 रन पूरे किए। जो कि काफ़ी कम ओपनर्स (Operns) कर पाते हैं। लेकिन विडंबना देखिए, अपने पूरे कैरियर शानदार परफॉर्म (Perform) करते आए शिखर के 2– 4 मैच ख़राब क्या चले गए, उनका अगला पिछला सारा कंट्रीब्यूशन (Contribution) भुलाकर उन्हें हमेशा के लिए टीम से ड्रॉप (Drop) कर दिया गया। जहां अच्छे खासे फ़ॉर्म (From) होने के बावजूद ये दिग्गज मौको के लिए तरस रहा है, इनका कैरियर (Career) अब लगभग ख़त्म हो चुका है। कोई करिश्मा ही इनके डूबते कैरियर को दोबारा ज़िंदा कर सकता है। फिलहाल गब्बर और हिटमैन की इस सुपरहिट (Super Hit) जोड़ी ने कुल 115 ओडीआई (ODI) इनिंग्स (Innings) में 46 की ज़बरदस्त एवरेज (Average)  से 5148 रन बनाए हैं। इनसे ऊपर सिर्फ़ ग्रीनिज – हैंस,गिलक्रिस्ट –हेडेन और सचिन – सौरव हैं। मॉडर्न (Modern) डे क्रिकेट की इस नंबर (Number) वन (One) जोड़ी से ऊपर इस मामले में कोई नहीं है। कोई इनसे ज़्यादा रन नहीं बना पाया। अब आईसीसी टूर्नामेंट में ही ये बॉलर्स के धागे खोल देते हैं, तो सोचिए बाईलेटरल में इन्होंने बॉलर्स (Bowlers) का क्या हश्र किया होगा। 2018 का एशिया कप तो वो मौका था जब इन्होंने हर टीम को खदेड़ कर रख दिया था। कभी रोहित, तो कभी शिखर एक के बाद एक सेंचुरी (Century) मारे ही जा रहे थे। और पाकिस्तान को तो ख़ून के आंसू रूला दिए थे जब सुपर 4 के मुकाबले में इन दोनों के सेंचुरी के दम पर हमने रिकॉर्ड 210 रनों का ओपनिंग स्टैंड (Standing) देखा था।ये दिग्गज सबको पीछे छोड़ मोस्ट (Most) सक्सेसफुल (Successful) ओपनिंग जोड़ी बन टॉप पर भी जा सकते थे लेकिन बीसीसीआई (BCCI) की पॉलिटिक्स (Politics) और केएल (KL) को मिले फैवरिज्म (Favorism), एक्सपेरीमेंट (Experiment) के चलते शिखर की टीम से छुट्टी कर दी गई।

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मानो या न मानो, एक बात तो है, जब तक शिखर टीम में थे, तब तक आइसीसी टूर्नामेंट (Tournament) के प्रेशर (Pressure) वाले बड़े मैचों में बेफिक्र हो कर परफॉर्म (Perform) किया करता था। लेकिन अब उनके जाते ही, हमें ज़्यादा तकलीफ इसलिए भी होने लगी है कि एक ओपनर अगर चोकर हो, तो दूसरा ओपनर मिस्टर आईसीसी उसके फेलियर (Failure) पर पर्दा डाल दिया करता था,लेकिन जब दोनों ही ओपनर्स चोकर हों तो कई बार प्रैशर में किंग भी फेल हो जाया करता है। ऐसा नहीं है कि ये जोड़ी सिर्फ़ ओडीआई (ODI) में ही बेहतर थी। टी 20 में भी एक समय अपने टाइम की नंबर (Number) वन जोड़ी थी इनकी। जिन्होंने 2013 से 2019 के दौर में कुल 52 इनिंग्स (Innings) में 1743 रन बनाए थे। जिसमें 4 सेंचुरी और 7 हाफ सेंचुरी वाले स्टैंड शामिल हैं। और ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड के टूर्स (Tours) हों या घरेलू (Domestic) टी 20, उस समय ये जोड़ी समा बांध दिया करती थी।हमने तो पहले भी अपनी कई विडियोज में कहा है, और आज भी हाथ जोड़कर निवेदन करते हैं कि सेलेक्टर्स , मेनेजमेंट और कप्तान रोहित, अपने सबसे बेस्ट जोड़ीदार शिखर को टीम में ले आओ, हम एक आखिरी बार आपकी इस ब्लॉकबस्टर जोड़ी को वर्ल्ड कप खेलते और जीतते देखना चाहते हैं। क्योंकि एक फेयरवेल धवन भी डिजर्व करते हैं।जहां बाकि प्लेयर्स को इतने फेलियर के बाद भी सपोर्ट किया जा सकता है तो शिखर का कमबैक क्यों नहीं हो सकता।
ये थी कहानी मॉडर्न डे क्रिकेट की नंबर वन ओपनिंग जोड़ी रोहित शर्मा और शिखर धवन की । कमेंट कर ज़रूर बताएं कि क्या आप 2023 के ओडीआई वर्ल्ड कप में एक आखिरी बार हिटमैन और गब्बर की सलामी जोड़ी देखना चाहेंगे। साथ ही अगला एपीसोड किस नंबर वन जोड़ी पर देखना चाहेंगे। आज की विडियो में इतना ही। धन्यवाद।।

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